
कैथल, 22 फरवरी: कैथल जिले में बैंक धोखाधड़ी का एक नया मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति ने खुद को बैंक का कर्मचारी बताकर एक शख्स से ₹1.5 लाख की ठगी कर ली। आरोपित ने पहले लोन दिलाने का झांसा दिया और फिर फाइल चार्ज व हेल्थ बीमा के नाम पर पैसे ऐंठ लिए।
कैसे हुई ठगी?
पुलिस के अनुसार, पीड़ित व्यक्ति ने एक व्यक्तिगत लोन लेने के लिए आवेदन किया था। तभी आरोपी ने खुद को एक प्रतिष्ठित बैंक का कर्मचारी बताया और लोन दिलाने का आश्वासन दिया। धीरे-धीरे उसने लोन प्रक्रिया में फाइल चार्ज के नाम पर पैसे वसूले और फिर हेल्थ बीमा की अनिवार्यता बताकर और पैसे ले लिए।
कुछ समय बाद, जब पीड़ित ने बैंक से संपर्क किया, तो उसे एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुका है। इसके बाद उसने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस की कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस की एक विशेष टीम आरोपित की पहचान और गिरफ्तारी के लिए जांच में जुट गई है।
बढ़ते बैंकिंग फ्रॉड और सतर्कता की जरूरत
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि कैसे फर्जी बैंक कर्मी लोगों को लोन और अन्य वित्तीय योजनाओं के नाम पर ठग रहे हैं। हाल के वर्षों में बैंकिंग धोखाधड़ी के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है।
पुलिस ने नागरिकों से सतर्क रहने और किसी भी बैंकिंग लेन-देन से पहले पूरी जांच करने की अपील की है। किसी भी संदिग्ध कॉल, ईमेल या ऑफर को स्वीकार करने से पहले बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या शाखा से सत्यापन करना अनिवार्य है।
कैसे बचें ऐसे फ्रॉड से?
- बैंक से आधिकारिक रूप से पुष्टि करें कि संबंधित व्यक्ति वास्तव में बैंक का कर्मचारी है।
- लोन या बीमा के लिए किसी अनजान व्यक्ति को कैश या ऑनलाइन ट्रांसफर न करें।
- बैंकिंग सेवाओं से जुड़े सभी भुगतान केवल बैंक की आधिकारिक शाखा या पोर्टल के माध्यम से करें।
- संदिग्ध बैंकिंग कॉल्स, मैसेज और ईमेल को अनदेखा करें और तुरंत बैंक को सूचित करें।
निष्कर्ष
कैथल में हुआ यह बैंकिंग फ्रॉड एक गंभीर चेतावनी है कि लोग अपनी वित्तीय सुरक्षा के प्रति अधिक सतर्क रहें। पुलिस की जांच जारी है और जल्द ही आरोपित को गिरफ्तार किया जा सकता है। नागरिकों से अनुरोध है कि ऐसे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें।