
घुसपैठ
राजौरी में एलओसी पर घुसपैठ की बड़ी साजिश नाकाम — पाकिस्तानी गाइड जिंदा पकड़ा गया, सेना की सतर्कता से जइश-ए-मोहम्मद को पीछे हटना पड़ा
राजौरी (जम्मू-कश्मीर): एलओसी के पास एक बड़े आतंकी साजिश को भारतीय सेना ने समय रहते नाकाम कर दिया। रविवार को सीमा पार से भारी हथियारों से लैस जइश-ए-मोहम्मद (JeM) के आतंकियों की एक घुसपैठ की कोशिश को रोकते हुए सेना ने एक पाकिस्तानी गाइड को पकड़ लिया।
सेना ने बताया कि इस गाइड की पहचान मोहम्मद आरिब अहमद के रूप में हुई है, जो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के कोटली जिले के निकियाल इलाके के डेटोट गांव का निवासी है। आरिब भारतीय सीमा में आतंकियों को गुपचुप घुसाने के लिए रास्ता दिखा रहा था, लेकिन सतर्क जवानों ने उसे धर दबोचा।
विशेष खुफिया सूचना के आधार पर सेना और बीएसएफ ने संयुक्त रूप से गंभीर सेक्टर में एक बड़ी काउंटर-इन्फिल्ट्रेशन कार्रवाई चलाई। इस दौरान घने जंगल और ऊबड़-खाबड़ इलाके में चार से पांच heavily armed आतंकियों की संदिग्ध हरकत देखी गई।
एक रक्षा अधिकारी के मुताबिक, ऑपरेशन में पकड़ा गया व्यक्ति आतंकियों के लिए गाइड का काम कर रहा था, जबकि अन्य आतंकी घने जंगल और खराब मौसम का फायदा उठाकर वापस भागने में कामयाब हो गए। इन आतंकियों के घायल होने की आशंका भी जताई जा रही है।
इलाके में तलाशी अभियान के दौरान सेना को कई अहम सबूत मिले, जिनमें एक मोबाइल फोन, पाकिस्तानी मुद्रा और अन्य संदिग्ध सामग्री शामिल है।
प्रारंभिक पूछताछ में आरिब ने स्वीकार किया है कि वह पाकिस्तानी सेना की सीमा चौकियों पर तैनात अधिकारियों के निर्देश पर काम कर रहा था। उसने यह भी खुलासा किया कि घुसपैठ कर रहे आतंकियों के पास भारी मात्रा में हथियार और युद्ध सामग्री थी, जिससे उनके मंसूबे साफ झलकते हैं।
पकड़े गए गाइड से संयुक्त पूछताछ दल लगातार पूछताछ कर रहा है। उससे मिल रही जानकारी आने वाले दिनों में सीमा सुरक्षा के नेटवर्क को और मजबूत करने में अहम भूमिका निभा सकती है।
भारतीय सेना की त्वरित और सटीक कार्रवाई ने एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया और यह एक बार फिर साबित कर दिया कि देश की सीमाओं की सुरक्षा में कोई चूक नहीं होने दी जाएगी।