
भारत का चुनाव आयोग (Election Commission of India) एक संवैधानिक निकाय है, जो देश में स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनावों के आयोजन का जिम्मेदार है। आयोग का कार्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी चुनाव – चाहे वह राष्ट्रीय, राज्य या स्थानीय स्तर के हों – निष्पक्ष और संविधान के अनुसार सही तरीके से आयोजित किए जाएं। चुनाव आयोग के पास तीन सदस्य होते हैं:
- मुख्य चुनाव आयुक्त (Chief Election Commissioner):
- मुख्य चुनाव आयुक्त, चुनाव आयोग का प्रमुख होते हैं और आयोग के संचालन के लिए जिम्मेदार होते हैं।
- उनका मुख्य कार्य चुनावों की निगरानी, चुनावी प्रक्रियाओं का संचालन और यह सुनिश्चित करना है कि चुनाव पूरी तरह से निष्पक्ष और पारदर्शी हों।
- वर्तमान में, ज्ञानेश कुमार भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में कार्यरत हैं, जिन्हें 19 फरवरी 2025 को यह पद सौंपा गया।
- चुनाव आयुक्त (Election Commissioners):
- मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ, आयोग में दो अन्य चुनाव आयुक्त भी होते हैं, जो चुनावों के संचालन में उनकी सहायता करते हैं।
- इन चुनाव आयुक्तों का कार्य चुनावों की सही प्रक्रिया की निगरानी करना और यह सुनिश्चित करना है कि चुनाव में कोई गड़बड़ी न हो।
- वर्तमान में, चुनाव आयुक्तों के रूप में नियुक्त किए गए व्यक्ति हैं:
- सुखबीर सिंह संधू: इन्हें 14 मार्च 2024 को चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया था।
- विवेक जोशी: इन्हें 1 मार्च 2025 को चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया जाएगा.
इन तीनों पदाधिकारियों की टीम मिलकर चुनाव आयोग का संचालन करती है। इनकी भूमिका यह सुनिश्चित करना है कि देश में चुनाव पूरी तरह से स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से हों। चुनाव आयोग का अधिकार चुनावी विवादों का निपटारा करने, राजनीतिक अभियानों की निगरानी करने और आचार संहिता को लागू करने का भी होता है।
भारत में चुनाव आयोग का अहम स्थान है, और यह भारतीय लोकतंत्र को सशक्त और पारदर्शी बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।