
चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा में इस साल अप्रैल के पहले ही हफ्ते में तापमान में असामान्य रूप से तेज़ बढ़ोतरी देखी जा रही है, जो सामान्य गर्मियों की शुरुआत से काफी पहले है। चंडीगढ़ मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक सुरेंद्र पाल के अनुसार, “पिछले साल ऐसी गर्मी 15 अप्रैल के बाद दर्ज की गई थी, लेकिन इस बार यह समय से पहले आ गई है।”
हालांकि आने वाले दिनों में हल्के मौसम परिवर्तन से अस्थायी राहत की उम्मीद है, लेकिन भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि क्षेत्र में हीटवेव की स्थिति और भी गंभीर हो सकती है। पश्चिमी विक्षोभ का असर थोड़ी राहत तो दे सकता है, लेकिन यह इतनी ताकतवर नहीं होगी कि पूरे क्षेत्र में हीटवेव की स्थिति को तोड़ सके।
आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार:
पंजाब, हरियाणा और दिल्ली:
9 अप्रैल को हीटवेव से लेकर तीव्र हीटवेव तक की स्थिति बन सकती है। यह स्थिति 15 अप्रैल को दोबारा लौटने की संभावना है।
सौराष्ट्र और कच्छ:
9 अप्रैल को हीटवेव की संभावना है, जबकि 10 अप्रैल को कुछ क्षेत्रों में फिर से हीटवेव का असर देखा जा सकता है।
बारिश का पूर्वानुमान:
राजस्थान:
11 से 12 अप्रैल के बीच बारिश, गरज के साथ छींटे या धूल भरी आंधी की संभावना है।
हरियाणा और पंजाब:
10 से 13 अप्रैल के बीच हल्की बारिश और आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है।
नागरिकों के लिए स्वास्थ्य सलाह जारी
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे निम्न सावधानियाँ बरतें:
- दोपहर के सबसे गर्म समय में घर के अंदर ही रहें
- खुद को हाइड्रेट रखें और सीधे धूप के संपर्क से बचें
- हल्के और सांस लेने योग्य कपड़े पहनें
- बच्चों और बुज़ुर्गों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें
गर्मियों की समय से पहले दस्तक को देखते हुए, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ के निवासियों को सलाह दी गई है कि वे संभावित लंबी हीटवेव के लिए तैयार रहें और बढ़ते तापमान से बचने के लिए जरूरी सावधानियाँ अपनाएं।
🌡️ हीटवेव के दौरान सावधानियाँ और जानकारी:
1. लू (Heatstroke) के लक्षणों को पहचानें:
हीटवेव के दौरान शरीर में पानी और नमक की कमी हो सकती है, जिससे लू लगने का खतरा बढ़ जाता है। इसके लक्षणों में शामिल हैं:
- तेज बुखार
- चक्कर आना या बेहोशी
- त्वचा का लाल और शुष्क हो जाना
- अत्यधिक पसीना या फिर अचानक पसीना बंद हो जाना
अगर इनमें से कोई भी लक्षण दिखे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
2. खानपान में सतर्कता बरतें:
- ज्यादा पानी, नींबू पानी, नारियल पानी, और छाछ जैसी पेय चीज़ों का सेवन करें
- तैलीय, भारी और मसालेदार भोजन से बचें
- मौसमी फलों जैसे खरबूजा, तरबूज और खीरा का अधिक सेवन करें
3. घर को ठंडा रखने के उपाय:
- खिड़कियों और दरवाज़ों पर मोटे पर्दे लगाएं
- दिन के समय खिड़कियाँ बंद रखें और रात को ठंडी हवा के लिए खोलें
- इलेक्ट्रिक फैन, कूलर, या AC का उचित उपयोग करें
4. बाहर निकलना हो तो क्या करें:
- छतरी, टोपी या स्कार्फ का उपयोग करें
- पानी की बोतल साथ रखें
- दिन के सबसे गर्म घंटों (दोपहर 12 से शाम 4 बजे) के दौरान बाहर न निकलें, जब तक अति आवश्यक न हो
5. पशुओं और पक्षियों का भी रखें ध्यान:
- अपने घर के बाहर पानी के बर्तन रखें ताकि पक्षी और आवारा जानवर भी गर्मी में पानी पी सकें
- पालतू जानवरों को छायादार स्थान में रखें और उन्हें पर्याप्त पानी देते रहें