
पुणे के स्वारगेट बस स्टैंड पर महिला के साथ दुष्कर्म की शर्मनाक घटना
पुणे के सबसे व्यस्त स्वारगेट बस स्टैंड पर एक 26 वर्षीय महिला के साथ दुष्कर्म की घटना ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया है। यह घटना सुबह के वक्त हुई, जब महिला अपनी बस का इंतजार कर रही थी। हैरानी की बात यह है कि यह घटना पुलिस चौकी के पास हुई, जो बस स्टैंड से मात्र 100 मीटर दूर है। इस घटना के बाद इलाके में सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की जा रही है।
आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास
आरोपी की पहचान दत्तात्रेय रामदास गाडे के रूप में हुई है, जो एक हिस्ट्री-शीटर है और 2019 से जमानत पर बाहर था। पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए आठ अलग-अलग टीमें लगा दी हैं
और उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है। उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी के निर्देश दिए हैं।
आरोपी का आपराधिक इतिहास
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दत्तात्रेय गाडे पर पुणे और अहल्यानगर में चोरी, लूट और छिनैती जैसे कई मामले दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक, 2024 में भी उसके खिलाफ पुणे में चोरी का एक मामला दर्ज किया गया था। आरोपी सीसीटीवी फुटेज में कैद हुआ है और पुलिस उसे ढूंढने के लिए तकनीकी सहायता का उपयोग कर रही है।
घटना का विवरण और पीड़िता की आपबीती
पीड़िता, जो मेडिकल क्षेत्र में काम करती है, ने बताया कि 25 फरवरी को सुबह करीब 5:45 बजे वह फलटण से पुणे आने वाली बस का इंतजार कर रही थी। इस दौरान आरोपी ने उसे ‘दीदी’ कहकर बुलाया और बताया कि सतारा की बस दूसरे प्लेटफॉर्म पर आई है। आरोपी ने उसे एक खाली खड़ी ‘शिव शाही’ एसी बस में ले जाकर अंधेरे में दुष्कर्म किया। महिला ने विरोध किया, लेकिन आरोपी ने उसे धमकी दी कि वह इस बारे में किसी को न बताए।
अजित पवार का कड़ा रुख
पुणे के पालक मंत्री अजित पवार ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे शर्मनाक और आक्रोशजनक बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे अपराधों के लिए मौत से कम सजा नहीं हो सकती। पवार ने पुणे पुलिस आयुक्त को मामले की गंभीरता से जांच करने और आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
पुलिस ने स्वारगेट बस स्टेशन और आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है। आरोपी की पहचान और गिरफ्तारी के लिए तकनीकी साधनों का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा, राज्य परिवहन विभाग ने बस डिपो और सार्वजनिक स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था पर चर्चा के लिए एक बैठक बुलाई है।
विपक्ष का विरोध
इस घटना के बाद विपक्षी दल शिवसेना (यूबीटी) ने विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने राज्य सरकार से महिला सुरक्षा को प्राथमिकता देने और ऐसे अपराधों की पुनरावृत्ति रोकने की मांग की। शिवसेना ने आरोप लगाया कि सरकार सुरक्षा व्यवस्था में पूरी तरह विफल रही है।
सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की जरूरत
इस घटना के बाद पुणे शहर और राज्य सरकार ने सुरक्षा व्यवस्थाओं में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया है। आगामी बैठक में राज्य के सभी बस डिपो की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी और नए सुरक्षा उपायों को लागू करने पर विचार किया जाएगा।
नए सुरक्षा उपायों पर विचार
राज्य सरकार ने बस डिपो और सार्वजनिक स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने और पुलिस पेट्रोलिंग तेज करने का फैसला किया है। इसके साथ ही, महिला सुरक्षा हेल्पलाइन और इमरजेंसी रिस्पॉन्स सिस्टम को और मजबूत करने की योजना बनाई जा रही है।
जनता की प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद पुणे की जनता में गुस्सा और डर का माहौल है। स्थानीय निवासियों ने सरकार से महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है।
निष्कर्ष
स्वारगेट बस स्टैंड पर हुई यह घटना महिला सुरक्षा के मुद्दे को एक बार फिर चर्चा में ले आई है। सरकार और प्रशासन को ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना होगा।
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