
विशाखापत्तनम | 21 जून: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को विशाखापत्तनम से 11वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह की अगुवाई की। इस मौके पर उन्होंने जनसमूह के साथ योगासन करते हुए ‘योग संगम’ पहल के अंतर्गत सामूहिक योग प्रदर्शन का नेतृत्व किया। करीब 3 लाख प्रतिभागियों ने प्रधानमंत्री के साथ योग किया, जबकि देशभर में 10 लाख से अधिक स्थानों पर एक साथ कार्यक्रम आयोजित किए गए।
थीम: एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य
इस वर्ष की योग दिवस थीम – “योग फॉर वन अर्थ, वन हेल्थ” – भारत की वैश्विक स्वास्थ्य दृष्टि को दर्शाती है। यह मानव और पृथ्वी के स्वास्थ्य के आपसी संबंध को रेखांकित करती है, और भारतीय दर्शन के प्रसिद्ध सूत्र “सर्वे सन्तु निरामयाः” को आत्मसात करती है।
विशाखापत्तनम में गरिमामयी आयोजन
प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार शाम विशाखापत्तनम पहुंचे, जहां आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने उनका स्वागत किया। शनिवार सुबह 6:30 से 7:45 बजे तक प्रधानमंत्री ने ‘कॉमन योगा प्रोटोकॉल’ (CYP) के तहत लोगों के साथ योग किया।
आंध्र प्रदेश में ही करीब 1 लाख से अधिक स्थानों पर योग सत्र आयोजित किए जा रहे हैं, जिनमें 2 करोड़ से ज्यादा प्रतिभागी शामिल होने की उम्मीद है। राज्य सरकार ने इस अवसर पर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की भी तैयारी की है।
50 लाख प्रतिभागियों को योग सर्टिफिकेट
इस बार रिकॉर्ड स्तर पर योग सहभागिता देखने को मिल रही है। पंजीकृत प्रतिभागियों को 50 लाख योग प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे, जिससे यह आयोजन ऐतिहासिक बन जाएगा।
दिल्ली समेत देशभर में उत्साह
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली भी पीछे नहीं है। यहां 109 स्थानों पर योग कार्यक्रम हो रहे हैं, जिनमें ऐतिहासिक लाल किला भी शामिल है। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी ग्राम प्रधानों को पत्र लिखकर अधिक से अधिक लोगों को जोड़ने का आग्रह किया। उन्होंने लिखा, “यह गर्व की बात है कि योग ने न केवल भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में लोगों के जीवन को सकारात्मक रूप से बदला है।”
योग संगम पोर्टल पर रिकॉर्ड रजिस्ट्रेशन
जहां आयोजन के लिए 1 लाख पंजीकरण का लक्ष्य रखा गया था, वहीं 11 लाख से अधिक संस्थाएं और समूह अब तक ‘योग संगम’ पोर्टल पर पंजीकृत हो चुके हैं। राज्यों में राजस्थान सबसे आगे है, जहां 2.25 लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए हैं।
इस साल के 10 विशेष ‘सिग्नेचर इवेंट्स’
इस वर्ष योग दिवस को और प्रभावशाली बनाने के लिए 10 अनूठे कार्यक्रम प्रस्तुत किए जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य योग को समाज के हर वर्ग तक पहुंचाना है:
- योग संगम – देशभर में एक साथ सामूहिक योग प्रदर्शन
- योग बंधन – अंतरराष्ट्रीय सहयोग और योग प्रतिनिधिमंडलों का आदान-प्रदान
- हरित योग – योग को पर्यावरणीय कार्यों जैसे वृक्षारोपण और स्वच्छता अभियानों से जोड़ना
- योग समावेश – हाशिए पर खड़े समूहों के लिए विशेष योग कार्यक्रम
- योग कनेक्ट – वैश्विक ऑनलाइन योग समिट जिसमें नीति-निर्माता और विशेषज्ञ शामिल
- योग अनप्लग्ड – युवाओं को केंद्र में रखकर योग को लोकप्रिय बनाना
- योग महाकुंभ – बड़े पैमाने पर योग आयोजन
- योगा फॉर चैंपियंस – खिलाड़ियों और एथलीटों के लिए विशेष सत्र
- योगा आर्ट्स एंड कल्चर – योग के सांस्कृतिक पहलुओं को दर्शाने वाले आयोजन
- योगा विद फैमिली – पूरे परिवार के साथ योग को प्रोत्साहित करने वाला अभियान
सप्ताहों से चल रही तैयारियां
योग दिवस को सफल बनाने के लिए सरकारी विभागों द्वारा विशेष शिविर, प्रतियोगिताएं और जागरूकता अभियान पिछले कई हफ्तों से चलाए जा रहे हैं।
इस अभूतपूर्व आयोजन के जरिए सरकार का संदेश साफ है – योग सिर्फ भारत की देन नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए एक स्वस्थ, संतुलित और टिकाऊ भविष्य का रास्ता है।