
यमुनानगर/दिल्ली: हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर रोमिल वोहरा का अंत अब पुलिस एनकाउंटर में हो चुका है। 24 जून की रात दिल्ली की सीमा से लगे क्षेत्र में हरियाणा STF और दिल्ली पुलिस की साझा कार्रवाई में रोमिल मारा गया। उसके सिर पर 3 लाख रुपये का इनाम था और वह लंबे समय से फरार चल रहा था। अब एनकाउंटर के बाद यमुनानगर नगर निगम ने उसके मकान पर बुलडोजर चलाने की तैयारी शुरू कर दी है।
3 बार नोटिस, 15 दिन में जवाब मांगा
नगर निगम ने 3, 10 और 16 जून को रोमिल के मकान पर तोड़फोड़ के नोटिस चिपकाए हैं। निगम ने 15 दिनों के अंदर जवाब मांगा है। जवाब न मिलने की स्थिति में जल्द ही मकान पर बुलडोजर चल सकता है।
अपराध की दुनिया में कम उम्र में कदम
रोमिल का जन्म 1 फरवरी 2002 को यमुनानगर के कांसापुर गांव में हुआ था। कम उम्र में ही उसने जुर्म की दुनिया में कदम रख लिया था। यमुनानगर के खालसा कॉलेज से बीए की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह कुख्यात गैंगस्टर नोनी राणा के संपर्क में आया और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा।
संगीन आरोपों की लंबी लिस्ट
नवंबर 2024 में यमुनानगर के गांधी नगर थाने में पहला मुकदमा दर्ज हुआ, जिसमें फायरिंग का मामला था। इसके बाद उसके खिलाफ फायरिंग, अवैध हथियार सप्लाई, हत्या की साजिश, और संगठित अपराध जैसे कुल 8 केस दर्ज हुए। वह एसटीएफ की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में भी शामिल था।
शराब कारोबारियों की हत्या और पंजाबी गायक पर फायरिंग
- 26 दिसंबर 2024 को रादौर के खेडी लक्खा गांव में ट्रिपल मर्डर में उसका नाम सामने आया। तीन युवकों पर ताबड़तोड़ फायरिंग हुई थी, जिसमें दो की मौके पर और एक की बाद में मौत हो गई थी।
- 15 मई 2025 को बिलासपुर में इमीग्रेशन सेंटर पर फायरिंग की और उसी दिन पंजाबी सिंगर पिंकी धालीवाल के घर भी गोलीबारी की गई।
- 13 जून 2025 को कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में शराब कारोबारी शांतनु की हत्या में भी वह मुख्य आरोपी था।
अंतिम सूचना और एनकाउंटर
23 जून की रात, STF को इनपुट मिला कि रोमिल गुरुग्राम और फरीदाबाद के रास्ते दिल्ली या उत्तरी हरियाणा में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। इसी सूचना के आधार पर अगले दिन 24 जून को मुठभेड़ में उसे मार गिराया गया।
माता-पिता भी जेल में, संगीन आरोपों में बंद
रोमिल की मां और पिता – कपिल वोहरा – दोनों पहले से ही जेल में बंद हैं। दोनों पर IPC की धारा 120B (आपराधिक साजिश) के तहत केस चल रहा है। रोमिल अपने माता-पिता की इकलौती संतान था।
अब जब रोमिल की अपराध कथा का अंत हो चुका है, प्रशासन ने उसके अवैध निर्माण को भी गिराने की तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस, STF और नगर निगम – तीनों एजेंसियां अब रोमिल की अवैध संपत्तियों पर शिकंजा कसने में जुट चुकी हैं।
अपराध का रास्ता चुनने वाले युवाओं के लिए यह एक सख्त चेतावनी है – कानून के हाथ लंबे हैं, और अंजाम तय है।