

जासूसी के आरोप में यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को न्यायिक हिरासत में भेजा गया, 13 टेराबाइट डेटा की जांच जारी
हिसार (हरियाणा): पाकिस्तान से जुड़े कथित जासूसी नेटवर्क के सिलसिले में गिरफ्तार की गई यूट्यूबर और ट्रैवल इन्फ्लुएंसर ज्योति मल्होत्रा को सोमवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस रिमांड खत्म होने के बाद उन्हें हिसार की अदालत में पेश किया गया। पुलिस ने उनकी और रिमांड की मांग नहीं की, जिसके बाद अदालत ने उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया।
33 वर्षीय मल्होत्रा, जो “Travel with JO” नामक यूट्यूब चैनल चलाती हैं, को हाल ही में हिसार के न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से गिरफ्तार किया गया था। उन्हें आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम (Official Secrets Act) और भारतीय न्याय संहिता (Bhartiya Nyaya Sanhita) की धाराओं के तहत बुक किया गया है।
जांच के दौरान मिले अहम सुराग:
- पुलिस सूत्रों के अनुसार, मल्होत्रा के तीन मोबाइल फोन और एक लैपटॉप से लगभग 10–12 टेराबाइट डेटा बरामद किया गया है। यह डेटा फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया था, जिसकी रिपोर्ट अब पुलिस के पास है और विश्लेषण जारी है।
- उनके चार बैंक खातों की भी जांच की जा रही है ताकि किसी संदिग्ध लेनदेन का पता लगाया जा सके।
- पुलिस ने अब तक यह स्पष्ट किया है कि मल्होत्रा के पास किसी प्रकार की सैन्य या रक्षा संबंधी संवेदनशील जानकारी नहीं पाई गई है। लेकिन यह जरूर सामने आया है कि वह ऐसे व्यक्तियों के संपर्क में थीं जिनके पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी (ISI) से संबंध हैं।
पाकिस्तानी खुफिया संपर्क और अंतरराष्ट्रीय यात्रा:
- मल्होत्रा नवंबर 2023 से एहसान-उर-रहीम उर्फ ‘डेनिश’ के संपर्क में थीं, जो पाकिस्तान हाई कमीशन, नई दिल्ली में कार्यरत था। भारत सरकार ने डेनिश को 13 मई 2024 को जासूसी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप में निष्कासित कर दिया।
- जांच एजेंसियों का दावा है कि मल्होत्रा 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाक के बीच 4 दिवसीय सैन्य तनाव के दौरान भी डेनिश के संपर्क में थीं।
- मल्होत्रा की पाकिस्तान, चीन, बांग्लादेश और कुछ अन्य देशों की यात्राएं भी सामने आई हैं, जिनकी जांच जारी है।
राष्ट्रीय एजेंसियों की पूछताछ और नेटवर्क की जांच:
- राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीमों ने भी मल्होत्रा से पूछताछ की है।
- मल्होत्रा उन 12 लोगों में शामिल हैं जिन्हें पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश से पिछले तीन हफ्तों में जासूसी के संदेह में गिरफ्तार किया गया है। जांचकर्ताओं को शक है कि उत्तर भारत में पाकिस्तान से जुड़ा कोई जासूसी नेटवर्क सक्रिय है।
ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी ने न केवल सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की भूमिका को सवालों के घेरे में लाया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि कैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग अंतरराष्ट्रीय साजिशों में हो सकता है। हालांकि अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है कि उन्होंने रक्षा से जुड़ी जानकारी साझा की हो, लेकिन पाकिस्तान से संपर्क और संदिग्ध डिजिटल सामग्री की मौजूदगी ने जांच को गंभीर बना दिया है।