
झुलसाती गर्मी के बीच बिजली की मांग आसमान पर, लुधियाना वेस्ट में उपचुनाव से पहले PSPCL की तेज़ कार्रवाई
पंजाब में पड़ रही भीषण गर्मी के चलते बिजली तंत्र पर अभूतपूर्व दबाव बना हुआ है। मंगलवार को आधी रात से लेकर दोपहर 3 बजे तक, राज्य की बिजली वितरण एजेंसी पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (PSPCL) को कुल 29,857 बिजली आपूर्ति से जुड़ी शिकायतें प्राप्त हुईं। शहरों से लेकर गांवों तक, आम लोग बिजली कटौती से परेशान नजर आए।
PSPCL के ऑनलाइन शिकायत पोर्टल के अनुसार, इनमें से 8,746 शिकायतों का निपटारा दोपहर तक किया जा चुका था, जबकि 20,734 मामले अब भी लंबित थे। इनमें से 15 शिकायतें 24 घंटे से ज्यादा पुरानी थीं, बाकी पिछले एक दिन के भीतर दर्ज की गई थीं। औसतन एक शिकायत को निपटाने में करीब 3 घंटे का समय लग रहा है।
लुधियाना सिटी वेस्ट डिवीजन ने शिकायतों के समाधान में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया, जहां 3,363 शिकायतें 15 घंटे में सुलझा दी गईं और दोपहर तक सिर्फ एक ही शिकायत शेष रही। माना जा रहा है कि 19 जून को होने वाले लुधियाना वेस्ट उपचुनाव के चलते इस क्षेत्र में PSPCL की ओर से अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती की गई है ताकि जनता की नाराज़गी को कम किया जा सके।
वहीं दूसरी ओर, लुधियाना ईस्ट डिवीजन में स्थिति काफी चिंताजनक रही, जहां अब भी 3,250 से अधिक शिकायतें लंबित थीं। इससे विभिन्न डिवीजनों के बीच कामकाज के स्तर में भारी अंतर सामने आया है।
गर्मी के प्रकोप ने बिजली की मांग को चरम पर पहुंचा दिया है, जिससे ट्रांसफॉर्मरों का ओवरलोड होना, तारों का ट्रिप होना और वोल्टेज फ्लक्चुएशन जैसी समस्याएं लगातार सामने आ रही हैं। सोमवार शाम को आई हल्की बारिश और तेज़ हवाएं जहां थोड़ी राहत लेकर आईं, वहीं उन्होंने ओवरहेड लाइनें और पोल क्षतिग्रस्त कर दिए, जिससे बिजली आपूर्ति में और रुकावटें आईं।
अधिकारियों के मुताबिक, ओवरहेड वायरिंग सिस्टम इस तरह की मौसमीय स्थितियों में सबसे ज़्यादा प्रभावित होते हैं। टूटते पेड़ों की शाखाएं, झुके हुए बिजली खंभे और फ्यूज बॉक्स में खराबी जैसी समस्याएं बड़ी संख्या में रिपोर्ट की गईं।
मोहाली जैसे आधुनिक शहर भी इस संकट से अछूते नहीं हैं। एयरोसिटी, जो एक हाई-प्रोफाइल आवासीय क्षेत्र है, वहां भी लगातार और लंबे समय तक बिजली कटौती की शिकायतें मिल रही हैं। स्थानीय निवासी अर्शलीन कौर ने बताया, “अब तो यह रोज़ की बात हो गई है।”
इस बीच, PSPCL को धान की रोपाई के मौसम में घरेलू उपभोक्ताओं के साथ-साथ किसानों को भी बिजली उपलब्ध करानी पड़ रही है। रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार दोपहर 3 बजे तक 40 से अधिक कृषि फीडर बिजली से वंचित थे, हालांकि इन शिकायतों का समाधान औसतन 4 घंटे से कम समय में कर दिया गया।
सभी चुनौतियों के बावजूद, PSPCL ने मंगलवार दोपहर को 13,341 मेगावाट की अधिकतम मांग पूरी की। इसमें से 9,500 मेगावाट बिजली पंजाब के बाहर से ली गई, जबकि बाकी उत्पादन राज्य के अपने प्लांट्स से हुआ।
हालांकि बिजली मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने बार-बार यह दावा किया है कि राज्य भारी मांग से निपटने में सक्षम है, लेकिन शिकायतों में बढ़ोतरी को लेकर विभाग की ओर से कोई औपचारिक बयान सामने नहीं आया है।
सूत्रों के अनुसार, PSPCL ने लुधियाना वेस्ट में अतिरिक्त स्टाफ तैनात किया है, ताकि चुनाव से पहले आम जनता में बिजली आपूर्ति को लेकर नाराज़गी कम की जा सके।