
हरियाणा में ACB की रिश्वत मामले में रेड विफल, ड्यूटी मजिस्ट्रेट पर संदेह, साइबर सेल से जांच की गुजारिश
हरियाणा में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने एक सरकारी कर्मचारी के खिलाफ रिश्वत लेने के मामले में कार्रवाई की योजना बनाई थी, लेकिन यह रेड असफल रही। ACB को शक है कि इस कार्रवाई में ड्यूटी मजिस्ट्रेट की लापरवाही के कारण यह रेड विफल हुई। अब ACB ने इस मामले की जाँच में मदद के लिए साइबर सेल से संबंधित अधिकारी के मोबाइल डेटा की जानकारी मांगी है।
रेड की विफलता और शक के कारण
ACB को सूचना मिली थी कि एक सरकारी कर्मचारी रिश्वत मांग रहा था, और इसके आधार पर उन्होंने रेड की योजना बनाई थी। लेकिन जब छापेमारी की गई, तो कर्मचारी को पकड़ने में कोई सफलता नहीं मिली, जिससे यह रेड नाकाम हो गई। ACB को संदेह है कि ड्यूटी मजिस्ट्रेट ने किसी तरह की जानकारी लीक की होगी, जिससे आरोपी को भागने का मौका मिल गया। इस कारण, ACB ने इस मामले की और गहराई से जांच करने का निर्णय लिया है।
साइबर सेल से मोबाइल डेटा की जानकारी की मांग
ACB ने साइबर सेल से संपर्क किया है और ड्यूटी मजिस्ट्रेट के मोबाइल फोन की जानकारी की मांग की है। ACB का मानना है कि इस डेटा से उन्हें मामले से जुड़े अहम तथ्य मिल सकते हैं, जो जांच में मददगार साबित होंगे।
भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा
हरियाणा सरकार और एंटी करप्शन ब्यूरो ने मामले की गंभीरता को समझते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। ACB का कहना है कि यदि जांच में कोई भी अनियमितता या लापरवाही सामने आती है, तो जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। एसीबी इस मामले की जांच पूरी करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है, ताकि लोगों का विश्वास बना रहे और भ्रष्टाचार पर काबू पाया जा सके।
यह मामला यह दर्शाता है कि सरकारी अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार को रोकने के लिए पारदर्शिता और निष्पक्षता बेहद आवश्यक है। ACB अब जल्द से जल्द इस मामले की पूरी जांच समाप्त करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की दिशा में काम कर रही है।