
तेल अवीव/यरुशलम – शुक्रवार देर रात इज़राइल का आसमान जंग के मैदान में बदल गया, जब ईरान द्वारा छोड़ी गई बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने के लिए आयरन डोम मिसाइल रक्षा प्रणाली ने तेजी से कार्रवाई की। तेज धमाकों और चमचमाती रोशनी से पूरा आसमान गूंज उठा, और लोग दहशत में शरण लेने दौड़ पड़े।
इज़राइली रक्षा बलों (IDF) ने एक वीडियो साझा किया जिसमें ईरान से दागी गई कई मिसाइलें तेल अवीव की ओर उड़ती नजर आईं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किए गए इस वीडियो में दिखाया गया कि कैसे हवा में इंटरसेप्शन के दौरान मिसाइलों को निशाना बनाकर नष्ट किया गया।
वीडियो में पृष्ठभूमि में सायरन बजते हुए, जोरदार धमाकों की आवाजें सुनाई देती हैं। लोग घबराकर चिल्लाते और सुरक्षित जगहों की ओर भागते दिखते हैं। वीडियो पर एक संदेश लिखा था:
“इज़राइल पर हमला हुआ है।”
IDF ने सख्त संदेश देते हुए कहा:
“हम ईरान को अपने नागरिकों पर हमला करने की इजाज़त नहीं देंगे – न कभी दी है और न देंगे।”
तेल अवीव और यरुशलम पर मिसाइलें, लोग बंकरों की ओर भागे
सूत्रों के अनुसार, यरुशलम और तेल अवीव, इज़राइल के दो सबसे बड़े शहरों में मिसाइलें गिरीं। जैसे ही ईरानी मिसाइलें आसमान में नजर आईं, सायरन बज उठे और नागरिक बंकरों की ओर दौड़ पड़े।
जेरूसलम पोस्ट की रिपोर्ट बताती है कि तेल अवीव में कई रिहायशी इलाकों में भारी नुकसान हुआ है। कई इमारतों पर मिसाइलें गिरीं, और कुछ लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। रमात गन शहर को भी गंभीर संरचनात्मक नुकसान पहुंचा है।
IDF ने एक आधिकारिक बयान में कहा:
“पिछले एक घंटे में ईरान से इज़राइल पर दर्जनों मिसाइलें दागी गई हैं, जिनमें से कुछ को इंटरसेप्ट किया गया है।”
रॉयटर्स के अनुसार, इस हमले में तेल अवीव क्षेत्र में कम से कम 34 लोग घायल हुए हैं और एक व्यक्ति की मौत हो गई है।
ईरानी जवाबी हमला: ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ का बदला
यह हमला इज़राइल के ऑपरेशन राइजिंग लायन के जवाब में किया गया है, जिसमें शुक्रवार को ईरान के नतान्ज़ सहित कई परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया। इस कार्रवाई में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के प्रमुख कमांडर हुसैन सलामी मारे गए।
ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई ने इस हमले के लिए इज़राइल को जिम्मेदार ठहराया। एक वरिष्ठ ईरानी अधिकारी ने चेतावनी दी:
“इसका जवाब बेहद कठोर होगा, और इज़राइल का कोई भी हिस्सा सुरक्षित नहीं रहेगा।”
संयुक्त राष्ट्र में ईरान के दूत अमीर सईद इरवानी ने बताया कि इज़राइली हमले में 78 लोग मारे गए, जिनमें कई उच्च सैन्य अधिकारी शामिल थे, और 320 से अधिक लोग घायल हुए, जिनमें से अधिकांश नागरिक थे।
यह ताजा टकराव ईरान और इज़राइल के बीच वर्षों में सबसे गंभीर सीधा संघर्ष माना जा रहा है। क्षेत्रीय तनाव के बीच अब दुनिया की निगाहें आने वाले समय पर टिकी हैं।