
ऑपरेशन सिंदूर के कुछ सप्ताह बाद, हरियाणा सरकार गुरुवार को शाम 5 बजे से रात 9 बजे तक राज्यभर के सभी 22 जिलों में एक व्यापक नागरिक सुरक्षा अभ्यास आयोजित करने जा रही है। इस अभ्यास को “ऑपरेशन शील्ड” नाम दिया गया है, जिसका उद्देश्य राज्य की आपातकालीन तैयारियों और प्रतिक्रिया क्षमताओं को मजबूत करना है।
यह अभ्यास गृह मंत्रालय के मार्गदर्शन में किया जा रहा है और इसमें हवाई हमलों, ड्रोन हमलों और अन्य युद्धकालीन परिस्थितियों जैसी गंभीर घटनाओं की काल्पनिक स्थिति (simulation) तैयार की जाएगी। वर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं को ध्यान में रखते हुए यह ड्रिल अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
बुधवार को चंडीगढ़ में जानकारी देते हुए अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह), सुमिता मिश्रा ने बताया कि इस अभ्यास का उद्देश्य आपातकालीन व्यवस्थाओं की जांच करना, नागरिक प्रशासन, रक्षा बलों और स्थानीय समुदायों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करना, तथा उन क्षेत्रों की पहचान करना है जहाँ और सुधार की आवश्यकता है—ताकि किसी भी संकट की स्थिति में तेज और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके।
इस ड्रिल में नागरिक सुरक्षा वार्डन, पंजीकृत स्वयंसेवक, और विभिन्न युवा संगठनों की बड़ी संख्या में भागीदारी सुनिश्चित की गई है। इसमें शामिल संगठन हैं:
- नेशनल कैडेट कोर (NCC)
- नेशनल सर्विस स्कीम (NSS)
- नेहरू युवा केंद्र संगठन (NYKS)
- भारत स्काउट्स और गाइड्स
ये सभी युवा संगठन आपातकालीन स्थितियों की सिमुलेशन में सहायता करेंगे और वास्तविक संकट के दौरान की जाने वाली कार्रवाइयों का अभ्यास करेंगे।
यह अभूतपूर्व अभ्यास न केवल राज्य की आपदा प्रबंधन क्षमताओं को मजबूती देगा, बल्कि नागरिकों में भी सुरक्षा और सजगता की भावना को बढ़ाएगा।