1.5 साल के बेटे ने किए अंतिम संस्कार; उन्हें सम्मान देने के लिए तिरंगा यात्रा निकाली गई।
by harjeet singh

रक्षाबंधन के बाद ड्यूटी लौट रहे पैरा कमांडो की सड़क हादसे में मौत, 1.5 साल के बेटे ने दी मुखाग्नि
राजस्थान के अजमेर ज़िले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। भारतीय सेना के पैरा कमांडो पन्ना सिंह की सड़क हादसे में मौत हो गई। यह हादसा उनके घर से महज़ 20 किलोमीटर दूर हुआ, जब वह ड्यूटी पर लौट रहे थे। 6 पैरा (स्पेशल फोर्सेज) में तैनात 25 वर्षीय पन्ना सिंह रविवार रात लगभग 11 बजे अपने गांव ओझियाना (ब्यावर) से जम्मू के लिए ट्रेन पकड़ने जा रहे थे। तभी गोहाना गांव के पास एक अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि पन्ना सिंह की मौके पर ही मौत हो गई और वाहन चालक फरार हो गया।
थाना प्रभारी जितेंद्र फौजदार ने जानकारी दी कि पन्ना सिंह अजमेर रेलवे स्टेशन जा रहे थे, जहां से उन्हें जम्मू के लिए ट्रेन पकड़नी थी। उनकी पहचान जेब में मिले दस्तावेजों के ज़रिए की गई। कुछ दिन पहले ही वह रक्षाबंधन मनाने के लिए घर आए थे और अपनी तीन बहनों से राखी बंधवाई थी।
तिरंगे में लिपटा लौटा बेटा, बेटे ने दी मुखाग्नि
सोमवार शाम पन्ना सिंह के पार्थिव शरीर को ओझियाना गांव लाया गया, जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। अमृत कौर हॉस्पिटल (ब्यावर) से उनके गांव तक 28 किलोमीटर लंबी तिरंगा यात्रा निकाली गई, जिसमें सैकड़ों लोग बाइक रैली के रूप में शामिल हुए और देशभक्ति के नारे लगाए।
सबसे भावुक पल तब आया जब उनके 1.5 साल के बेटे मयंक ने पिता को मुखाग्नि दी। इस दिल तोड़ देने वाले दृश्य में मां, पत्नी पूजा और दोनों भाई गम में टूट गए। अंतिम संस्कार के दौरान नासिराबाद से आई सेना की टुकड़ी ने पन्ना सिंह के पिता प्रभु सिंह को तिरंगा सौंपा और गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया।
2018 में सेना में भर्ती, 2019 से 6 पैरा की D टीम में तैनात
पन्ना सिंह 2018 में भारतीय सेना में शामिल हुए थे और 2019 से जम्मू-कश्मीर में 6 पैरा की D टीम में तैनात थे। उनके परिवार में पत्नी पूजा, चार साल की बेटी सपना और डेढ़ साल का बेटा मयंक है। उनका छोटा भाई पिंटू भी सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा है, जबकि सबसे छोटा भाई सुनील नौवीं कक्षा में पढ़ता है।
गांव में मातम पसरा हुआ है, लेकिन हर कोई इस वीर सपूत पर गर्व भी कर रहा है। पूरे गांव ने नम आंखों से अपने लाल को अंतिम विदाई दी।