
आज ग्रीस और तुर्की की सीमा पर स्थित डोडेकेनीज द्वीपों में 6.2 तीव्रता का भूकंप आया। यूरोपीय भूमध्यसागरीय सिस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) के अनुसार, यह भूकंप समुद्रतल से लगभग 68 किलोमीटर की गहराई में दर्ज किया गया।
इस भूकंप के लगभग एक घंटे बाद, तुर्की के भूमध्यसागरीय तटीय शहर मर्मरिस में भी 5.8 तीव्रता का एक और भूकंप आया। तुर्की की आपदा प्रबंधन एजेंसी (AFAD) ने बताया कि यह भूकंप मंगलवार तड़के 02:17 बजे आया और इसका केंद्र भूमध्य सागर में था। इसके झटके ग्रीस के रोड्स द्वीप सहित आसपास के कई क्षेत्रों में महसूस किए गए, जिससे लोग नींद से जागकर घरों से बाहर निकल आए।
एनटीवी टेलीविजन के अनुसार, कई लोग डर की वजह से खिड़कियों और बालकनी से कूद पड़े। मर्मरिस के गवर्नर इद्रिस अकबियिक ने बताया कि सात लोग इसी तरह घबराकर घायल हुए हैं और उनका इलाज चल रहा है, हालांकि किसी बड़े नुकसान की कोई तत्काल सूचना नहीं है।
तुर्की में भूकंप आम बात है
तुर्की एक भूकंपीय रूप से सक्रिय क्षेत्र है और यह कई प्रमुख भूगर्भीय प्लेटों के संगम पर स्थित है, जिससे यहां भूकंप बार-बार आते हैं।
2023 का विनाशकारी भूकंप
साल 2023 में तुर्की में आया 7.8 तीव्रता का भूकंप देश के इतिहास का सबसे विनाशकारी भूकंप साबित हुआ। इस आपदा में तुर्की में 53,000 से अधिक लोगों की मौत हुई और 11 दक्षिणी और दक्षिण-पूर्वी प्रांतों में लाखों इमारतें या तो ध्वस्त हो गईं या बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। इसके अलावा, सीरिया के उत्तरी हिस्सों में भी लगभग 6,000 लोगों की जान गई।
यह भूकंप तुर्की के कहरमनमरस प्रांत के पाजारजिक जिले में केंद्रित था और इसने गाजियानतेप, शानलिउर्फा, दियारबकीर, अडाना, अदीयामान, मलत्या, ओस्मानिए, हताय और किलिस जैसे कई शहरों को प्रभावित किया।
संयुक्त राष्ट्र ने इस भूकंप को पिछले 80 वर्षों में तुर्की में आया सबसे शक्तिशाली भूकंप बताया था।
वैज्ञानिकों की राय
इटली के भूकंप वैज्ञानिक प्रोफेसर कार्लो डोग्लियोनी के अनुसार, यह भूकंप इतना शक्तिशाली था कि इसने तुर्की को सीरिया की तुलना में लगभग 5 से 6 मीटर तक खिसका दिया। यह भूकंप दो टेक्टोनिक प्लेटों—एनाटोलियन और अरबियन प्लेटों—की क्षैतिज खिसकन (strike-slip fault) के कारण हुआ था, जिसमें एनाटोलियन प्लेट दक्षिण-पश्चिम दिशा में खिसक गई।
तुर्की की ज़मीन के नीचे एनाटोलियन, अरबियन, यूरेशियन और अफ्रीकी प्लेटों के चौराहे पर यह सिस्मिक एक्टिविटी हुई, जहां प्लेटें एक-दूसरे से क्षैतिज रूप में टकराईं। इसी वजह से 2023 का भूकंप इतना विध्वंसकारी साबित हुआ।