
राजा रघुवंशी की रहस्यमयी मौत के मामले में अब एक नया नाम सामने आया है — जितेंद्र रघुवंशी। यह नाम उस वक्त चर्चा में आया जब जांच के दौरान पता चला कि राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी ने हत्या के लिए सुपारी देने के लिए जो रकम ट्रांसफर की, वह जितेंद्र के बैंक खाते से की गई थी।
जानकारी के मुताबिक, 23 मई को जब हत्यारों को पहली बार भुगतान किया गया, तो वह रकम जितेंद्र के खाते से गई थी। इस वित्तीय लेन-देन के चलते अब पुलिस जितेंद्र से भी पूछताछ कर रही है और वह जांच के दायरे में आ गए हैं।
शुरुआत में जब सोनम से पूछताछ की गई, तो उनके बयानों में कई विरोधाभास पाए गए। जब शिलांग पुलिस ने उन्हें पुख्ता सबूतों के साथ घेरा, तो उन्होंने आखिरकार अपना जुर्म कबूल कर लिया। इसके बाद ही जितेंद्र रघुवंशी का नाम सामने आया।
सोनम के भाई गोविंद रघुवंशी ने मीडिया से बात करते हुए पुष्टि की कि जितेंद्र उनका चचेरा भाई है। उन्होंने बताया कि सोनम का UPI खाता जितेंद्र के नाम पर पंजीकृत था। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि खाता सोनम के नाम पर क्यों नहीं खोला गया।
इस खुलासे के बाद कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं — जैसे कि कहीं इसमें हवाला लेन-देन तो शामिल नहीं, या फिर यह परिवार के व्यापारिक मामलों से जुड़ा हुआ कोई बड़ा मामला तो नहीं है। हालांकि, गोविंद रघुवंशी ने इन सभी अटकलों को खारिज कर दिया।
उन्होंने बताया कि जितेंद्र उनके पारिवारिक व्यवसाय में एक जूनियर कर्मचारी है और उसका खाता सिर्फ व्यापारिक कार्यों के लिए ही इस्तेमाल किया जाता था। परिवार की धनराशि उसी खाते में रखी जाती थी और उससे नियमित लेन-देन होते रहते थे।
इस नए मोड़ से मेघालय का यह हाई-प्रोफाइल मर्डर केस और भी पेचीदा हो गया है, और अब पुलिस जितेंद्र की भूमिका की गहराई से जांच कर रही है।