
पूर्व पाकिस्तानी तेज़ गेंदबाज़ शोएब अख्तर के खिलाफ एक बार फिर कानूनी कार्रवाई की तैयारी हो रही है। पाकिस्तान के मशहूर क्रिकेट इतिहासकार और टीवी पर्सनैलिटी डॉ. नौमान नियाज़ ने शोएब पर अपनी छवि को नुकसान पहुंचाने और बदनाम करने का आरोप लगाते हुए कानूनी नोटिस भेजा है।
मामला क्या है?
यह पूरा विवाद एक पॉडकास्ट इंटरव्यू से जुड़ा है, जिसमें शोएब अख्तर ने दावा किया कि जब वे पाकिस्तान क्रिकेट टीम का हिस्सा थे, तब डॉ. नौमान सिर्फ टीम के खिलाड़ियों का सामान (बैग वगैरह) उठाने का काम करते थे।
शोएब ने कहा:
“डॉ. नौमान टीम में बस हमारा सामान उठाने का काम करते थे। मुझे नहीं पता कि उन्होंने और क्या किया।”
उन्होंने डॉ. नियाज़ को “किट मैन” कहा और टीम मैनेजमेंट तथा कोचिंग स्टाफ की भूमिका का भी मज़ाक उड़ाया।
डॉ. नौमान की पृष्ठभूमि
डॉ. नौमान नियाज़ सिर्फ एक टीवी होस्ट नहीं हैं, बल्कि वे पाकिस्तान टेलीविजन नेटवर्क (PTV) के स्पोर्ट्स डायरेक्टर भी रह चुके हैं। इसके अलावा, वे एक प्रतिष्ठित क्रिकेट इतिहासकार और लेखक भी हैं। शोएब के आरोपों से उनकी पेशेवर साख पर सीधा असर पड़ा है, यही कारण है कि उन्होंने इस मामले को कानूनी मोर्चे पर उठाया है।
कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
डॉ. नियाज़ ने अपने वकील के ज़रिए शोएब अख्तर को एक कानूनी नोटिस भेजा है। इस नोटिस में कहा गया है कि:
- 14 दिनों के भीतर शोएब को बिना शर्त सार्वजनिक माफी मांगनी होगी।
- ऐसा न करने पर उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा (Defamation Case) दर्ज किया जाएगा।
- साथ ही, हर्जाने की मांग भी की जाएगी।
दोनों के बीच पहले भी हुआ है टकराव
यह पहला मौका नहीं है जब शोएब अख्तर और डॉ. नौमान नियाज़ आमने-सामने आए हैं। अक्टूबर 2021 में एक लाइव टीवी शो के दौरान भी दोनों के बीच तीखी बहस हुई थी, जिसमें डॉ. नियाज़ ने शोएब को “शो छोड़ने” के लिए कह दिया था। यह मामला पाकिस्तान में काफी विवादास्पद बन गया था। बाद में एक मंत्री के हस्तक्षेप के बाद डॉ. नियाज़ ने शोएब से माफी मांगी थी और मामला सुलझा लिया गया था।
अब क्यों बढ़ा विवाद?
हालिया पॉडकास्ट में दिए गए शोएब के बयान ने पुराने विवादों को फिर हवा दे दी है। डॉ. नियाज़ का कहना है कि यह बयान झूठा, अपमानजनक और उनके करियर को नुकसान पहुंचाने वाला है। अब मामला कानूनी स्तर तक पहुंच चुका है और अगर शोएब माफी नहीं मांगते, तो यह मामला अदालत में जा सकता है।
यह मामला क्यों महत्वपूर्ण है?
- यह सिर्फ दो पूर्व सहयोगियों के बीच की लड़ाई नहीं है, बल्कि यह सवाल उठाता है कि पब्लिक फिगर होने के नाते कोई भी व्यक्ति किसी की साख को सार्वजनिक रूप से नुकसान पहुंचा सकता है या नहीं।
- यह मामला पाकिस्तान की मीडिया और क्रिकेट इंडस्ट्री के आपसी रिश्तों की भी एक झलक दिखाता है।
(सिंडिकेटेड स्रोत से प्रकाशित)